20 fast relief ayurvedic treatment for all ages

 


यहां हिंदी में शीघ्र राहत के लिए शीर्ष 20 आयुर्वेदिक उपचार संबंधी सुझाव दिए गए हैं:

  1. जीरा व पुदीना का चाय: जीरा और पुदीना की चाय पेट की समस्याओं, आंतों की सफाई और पाचन को सुधारने में मदद करती है।

  2. अदरक और शहद: अदरक और शहद में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो गले और सांस लेने में राहत प्रदान कर सकते हैं।

  3. हल्दी मिश्रित दूध: हल्दी और दूध का सेवन शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है और तापमान को कम करने में सक्षम होता है।

  4. आंवला: आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक होता है।

  5. गाय का घी: गाय का घी शरीर को पोषण प्रदान करता है और पाचन तंत्र को सुधारता है।

  6. शतावरी: शतावरी स्त्रीयों के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है और सामान्य बाल स्थिरता को बढ़ाता है।

  7. त्रिफला: त्रिफला पाचन को सुधारता है, मल मूत्र और पेशाब के रसायनी अवसंरचना को संतुलित करता है।

  8. अर्जुन छाल: अर्जुन छाल का इस्तेमाल हृदय रोगों को कम करने और हृदय को स्वस्थ रखने के लिए किया जाता है।

  9. अमलकी: अमलकी मसूड़ों की समस्याओं को दूर करती है और शरीर को विटामिन सी से भरपूर बनाती है।

  10. नीम: नीम के पौधे के पत्तों का सेवन त्वचा संबंधी समस्याओं को कम करने में मदद करता है।

  11. अश्वगंधा: अश्वगंधा शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने, शक्ति और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है।

  12. पुदीना: पुदीना पेट संबंधी समस्याओं जैसे अपच, गैस, और एसिडिटी को दूर कर सकती है।

  13. अजवाइन: अजवाइन पाचन को सुधारती है और गैस, एसिडिटी और पेट दर्द को कम कर सकती है।

  14. ब्राह्मी: ब्राह्मी मेमोरी को बढ़ाने, दिमागी तनाव को कम करने, और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।

  15. गुड़: गुड़ गर्भाशय संबंधी समस्याओं को दूर कर सकता है और शारीरिक ताकत को बढ़ाता है।

  16. गिलोय: गिलोय प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है और इम्यूनिटी को बढ़ाती है।

  17. कपूर: कपूर को ताजगी देने, नाक बंदी और सांस लेने में राहत प्रदान करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

  18. तुलसी: तुलसी की पत्तियों का सेवन श्वसन संबंधी समस्याओं, गले के इंफेक्शन और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

  19. मन्दूकपर्णी: मन्दूकपर्णी तनाव को कम करने, नींद को सुधारने और मन को शांत करने में मदद करती है।

  20. यश्तिमधु: यश्तिमधु श्वसन संबंधी समस्याओं, खांसी और गले के इंफेक्शन को दूर करने में मदद कर सकता है।

यहां दिए गए आयुर्वेदिक उपचार सुझाव आपको शीघ्र राहत प्रदान करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन ध्यान दें कि ये उपचार केवल सामान्य सुझाव हैं और यदि आपकी समस्या गंभीर है या लंबे समय तक बनी रहती है, तो आपको वैद्य से परामर्श करना चाहिए।



Comments